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रिपोर्ट कार्ड : चम्पावत का विधायक बनने के बाद सीएम धामी ने एक साल के भीतर क्या क्या किया जानें…

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चम्पावत। चम्पावत के विधायक के रूप में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का तीन जून को एक साल पूरा हो रहा है। इस दौरान चम्पावत के विकास से संबंधित 150 घोषणाएं हुईं। इसमें से 56 पूरी हुई। चम्पावत को प्रदेश का पहला मॉडल जिला बनाने के सीएम के एलान के बाद उत्तराखंड राज्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद को नोडल एजेंसी नामित किया गया। यूकॉस्ट के डीजी दुर्गेश पंत का कहना है कि कार्ययोजना तैयार कर चम्पावत के समग्र विकास के लिए काम किया जा रहा है। सीएम की चंपावत सीट से नुमाइंदगी के बाद की हकीकत को तथ्यों के आयने से देखने का प्रयास किया गया है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का विधायक के रूप में एक साल का कार्यकाल मील का पत्थर है। प्रदेश को ऊंचाई देने वाले सीएम ने इस जिले को आदर्श बनाने के लिए 700 करोड़ की योजनाएं शुरू कराई है। निर्मल माहरा, जिलाध्यक्ष, भाजपा

सरकार और भाजपा सुनहरे दावे कर रहे हैं। जबकि विकास की सिर्फ घोषणाएं हो रही हैं, काम नहीं। स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार चौपट है। आम लोगों के लिए सीएम से फरियाद करना मुश्किल हो रहा है। पूरन कठायत, जिलाध्यक्ष, कांग्रेस

12 माह की ये हैं प्रमुख उपलब्धियां

शिक्षा: चम्पावत नर्सिंग कॉलेज का संचालन शुरू, चम्पावत राजकीय डिग्री कॉलेज को कैंपस का दर्जा, चम्पावत के 137 स्कूल में स्मार्ट शिक्षा कार्यक्रम शुरू, टनकपुर में मॉडल आईटीआई निर्माण, नेताजी सुभाष चंद्र बोस छात्रावास का संचालन, चम्पावत के विज्ञान केंद्र के लिए भूमि हस्तांतरण।

स्वास्थ्य: जिला अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टर तैनात, लोहाघाट आईसीयू का संचालन शुरू।

प्रशासनिक इकाई: सीमांत तल्लादेश के मंच और गुमदेश की उप तहसील का संचालन शुरू।

पुलिस चौकी: बाराकोट और देवीधुरा में पुलिस चौकी खुली।

परिवहन: चम्पावत में संभागीय निरीक्षक कार्यालय शुरू, टनकपुर में अंतरराज्यीय बस स्टेशन का शिलान्यास।

सड़क: सूखीढांग-डांडा-मीडार सड़क के 30 किमी हिस्से में डामरीकरण शुरू, ठुलीगाड़-भैरव मंदिर, एसडीएम सड़क और सूखीढांग-श्यामलाताल सड़क राज्यमार्ग बने।

शहरी विकास: जिले में छह पार्किंग स्थलों का काम शुरू, ट्रंचिंग ग्राउंड का काम शुरू।

पर्यटन: सिंलगटाक चाय बागान को पर्यटन से जोड़ना, चम्पावत, टनकपुर और लोहाघाट के टीआरसी का आधुनिकीकरण, कोलीढेक झील और श्यामलाताल में नौकायन शुरू, सिप्टी झरने का सौंदर्यीकरण।

साहसिक पर्यटन: चम्पावत में साहसिक पार्क के लिए भूमि हस्तांतरित, जिम कॉर्बेट ट्रेल की डीपीआर तैयार, राफ्टिंग, पैराग्लाइडिंग, ट्रेकिंग रूट सहित साहसिक पर्यटन को विस्तार।

धार्मिक पर्यटन: पूर्णागिरि धाम की मुख्य पहाड़ी की दरार भरने का काम पूरा, टनकपुर में शारदा आरती शुरू।

कृषि और बागवानी:.चम्पावत में उद्यान प्रशिक्षण संस्थान को मंजूरी।

पेयजल, सिंचाई: दस से अधिक पेयजल योजनाओं की प्रक्रिया शुरू, शारदा नदी से बाढ़ सुरक्षा योजना का काम शुरू।

लटके काम
स्वास्थ्य: टनकपुर उप जिला अस्पताल में आईसीयू शुरू नहीं, दोनों ट्रॉमा सेंटर का नहीं हो पा रहा उपयोग, अमोड़ी में पीएचसी में काम शुरू नहीं।

शिक्षा:100 सरकारी स्कूलों का रूपांतरण। सात राजकीय हाईस्कूल कर रहे उच्चीकरण का इंतजार, सैनिक स्कूल के लिए भूमि तक तय नहीं।

तकनीकी शिक्षा: टनकपुर राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज को ट्रिपल आईटी नहीं बनाया जा सका, पांच बंद आईटीआई शुरू नहीं हो सके।

पर्यटन: चम्पावत का हेलीपैड अधूरा, राजबुंगा किले को संग्रहालय का रूप नहीं मिल सका, श्यामलाताल झील संरक्षण का काम अधूरा।

धार्मिक पर्यटन: पूर्णागिरि रोपवे का काम शुरू नहीं, हिंग्लादेवी-चाय बागान रोपवे भी लटका, पूर्णागिरि को मेला अनुदान नहीं मिला। पूर्णागिरि और देवीधुरा धाम के विकास की परियोजना शुरू नहीं।

संचार:पूर्णागिरि, तल्लादेश सहित नेपाल सीमा से लगे ग्रामीण क्षेत्रों की मोबाइल नेटवर्किंग में सुधार नहीं। 7.सड़क और पुल: दियूरी-चल्थी सड़क लटकी, टनकपुर-जौलजीबी रोड पर चूका में पुल की बाधा दूर नहीं।

उद्योग:कठुवापाती में सिडकुल की अड़चन दूर नहीं।

खेल: चम्पावत और बनबसा स्टेडियम लटके।

पूर्व सैनिक: चम्पावत में कैंटीन शुरू, लेकिन ईसीएचएस की सुविधा शुरू नहीं।

पुलिस: बनबसा थाने का नव निर्माण और टनकपुर में स्मार्ट नियंत्रण कक्ष में काम शुरू नहीं।

अन्य विकास: जिला जेल का काम आगे नहीं बढ़ सका, चम्पावत में आंबेडकर भवन निर्माण और बनबसा में गैस एजेंसी भी लटकी।

सीएम ने चंपावत में 12 माह में किए 15 दौरे
13-14 जुलाई: विधायक बनने के बाद चम्पावत का पहला दौरा, 12-13 अगस्त: देवीधुरा बगवाल, चम्पावत और टनकपुर, 3 अक्तूबर: चम्पावत, 15 अक्तूबर: टनकपुर, 18 नवंबर: टनकपुर, 19 नवंबर: चम्पावत, 25 दिसंबर: टनकपुर, 14-15 जनवरी: टनकपुर, 18 फरवरी: सप्तेश्वर, 23-24 फरवरी: चम्पावत, 4 मार्च: टनकपुर, 9 मार्च: पूर्णागिरि धाम, 19 मार्च: टनकपुर, 14 अप्रैल: नरसिंहडांडा और 11 मई: चम्पावत दौरा।