चम्पावत : डीएम ने अफसरों को दिए मानसून से पूर्व सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर लेने के निर्देश

चम्पावत। मानसून पूर्व तैयारी को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक गुरुवार को जिलाधिकारी/ अध्यक्ष जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण नरेंद्र सिंह भंडारी की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में मानसून से पूर्व सभी आवश्यक तैयारियों को पूर्व से करने के निर्देश सभी अधिकारियों को जिलाधिकारी द्वारा दिए गए। सभी सड़क निर्माण विभागों के अधिकारियों को जिले की सभी मुख्य एवं ग्रामीण सड़कों की नालियों स्कबर की सफाई करने के निर्देश देते हुए सभी उप जिलाधिकारियों को तहसीलदार एवं पटवारियों के माध्यम से सभी सड़कों का 10 जून तक निरीक्षण कर नाली, कलमठ सफाई कार्य की जांच कर रिपोर्ट उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए।
डीएम ने कहा कि सभी संवेदनशील सड़क मार्गों जो पूर्व से ही चिन्हित किए गए हैं। उन सभी स्थानों में 10 जून तक जेसीबी, पोकलैंड लोडर मशीन ऑपरेटरों के साथ तैनात करने के निर्देश सभी सड़क निर्माण विभाग के अधिकारियों को दिए। साथ ही कहा कि सभी मशीनों की जीआईएस मैपिंग भी कराई जाए। इसके अतिरिक्त उन्होंने कहा सभी मशीन ऑपरेटरों के संपर्क व मोबाइल नंबर विभिन्न स्थानों में डिस्प्ले भी कराए जाएं। जिले के अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग अंतर्गत चयनित 28 संवेदनशील स्थानों में जहां जहां पर ट्रीटमेंट का कार्य किया जाना है या वर्तमान में कराया जा रहा है उपजिलाधिकारी चम्पावत सभी स्थानों का निरीक्षण कर रिपोर्ट उपलब्ध कराएंगे।

जिलाधिकारी ने कहा कि सड़क निर्माण मार्ग बंद होने पर सड़क में फंसे यात्रियों के लिए चाय, बिस्किट, बच्चों के लिए दूध आदि की व्यवस्था के लिए सभी तहसील स्थल पर अभी से टेंडरिंग की कार्यवाही करते हुए सड़क बंद होने पर तत्काल मौके पर पहुंचकर फंसे लोगों में वितरित करना सुनिश्चित करेंगे। मानसून का हाल से पूर्व जिला मुख्यालय एवं टनकपुर क्षेत्र में किसी प्रकार की आपदा से बचने राहत एवं बचाव आदि कार्यों को लेकर मॉक ड्रिल का भी आयोजन किया जाए। मानसून काल से पूर्व सभी विद्यालय भवनों का मुख्य शिक्षा अधिकारी द्वारा निरीक्षण किया जाएगा। साथ ही जिन जिन भवनों में पेड़ों से खतरा हो रहा है उनके पातन एवं उनको हटाने की कार्यवाही मुख्य शिक्षा अधिकारी द्वारा की जाएगी। उन्होंने कहा कि विद्युत विभाग द्वारा मानसून काल में विद्युत व्यवस्था बाधित होने पर तत्काल सुचारू करने हेतु पूर्व तैयारियां कर ली जाए। पर्याप्त संख्या में ट्रांसफार्मर, विद्युत पोल व तार का स्टॉक रख लिया जाए। जिलाधिकारी ने विद्युत विभाग को बरसात से पूर्व जिन विद्युत पोलों में जंग लग गई है, उन्हें तत्काल हटाने के भी निर्देश दिए। कहा कि जिले के जिन जिन सड़क मार्गो के किनारे पेड़ खतरे की जद में आए हैं उन्हें चिन्हित कर संबंधित सड़क निर्माण विभाग, वन निगम के साथ समन्वय कर उन्हें तत्काल हटायें। इस कार्य को संबंधित क्षेत्र के उपजिलाधिकारी भी प्राथमिकता में लेते हुए संपन्न कराएंगे।
जिलाधिकारी ने नगरीय क्षेत्रों में बंद पड़ी नालियों को खोले जाने के साथ ही ड्रेनेज व्यवस्था ठीक कराने, नालियों की नियमित सफाई करने हेतु सभी अधिशासी अधिकारियों को निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि जिले में जगह-जगह बिना अनुमति के सड़क मार्गों के किनारे से नई सड़क काट दी जाती है। जिससे मुख्य सड़क को नुकसान हो जाता है या वह धंस जाती है। इस संबंध में संबंधित विभाग आपकी अनुमति व सामंजस्य से कार्य करें, बिना अनुमति से सड़क में पाइप लाइन भी ना डाली जाए। ऐसे प्रकरण में संबंधित विभाग तत्काल एफ आई आर दर्ज कराएगा।
जिलाधिकारी ने कहा कि मानसून काल के मद्देनजर जिले में चिन्हित किए गए सभी 25 हेलीपैड तक संपर्क सड़क मार्ग दुरुस्त रखे जाने के साथ ही सभी के कोऑर्डिनेटर भी रखे जाएं, ताकि आपातकाल में हेलीकॉप्टर के माध्यम से राहत एवं बचाव कार्य सुनिश्चित किया जा सके। जिलाधिकारी ने कहा कि 1 सप्ताह के भीतर सभी थानों एवं तहसील हो जहां जहां पर आपदा राहत बचाव के उपकरण रखे गए हैं, उनका परीक्षण एवं प्रशिक्षण एक सप्ताह के भीतर कर लिया जाए। उन्होंने जिले में सभी 108 तथा विभागीय एंबुलेंस को सुचारू रखने तथा निर्धारित स्थानों में तैनात करने के साथ ही सभी में जीपीएस लगाने के निर्देश मुख्य चिकित्साधिकारी को दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि टनकपुर जौलजीबी सड़क मार्ग अंतर्गत भी एक एंबुलेंस मानसून काल में रखी जाए। इस हेतु एसएसबी के साथ समन्वय स्थापित कर लिया जाए। साथ ही उन्होंने सिंचाई विभाग को बाढ़ नियंत्रण हेतु आवश्यकतानुसार बाढ़ चौकियों की स्थापना करने के साथ ही उप जिलाधिकारी टनकपुर को शारदा नदी किनारे तथा क्षेत्र के अन्य नालों के किनारे जो भी मकान संवेदनशील हैं, उन भवनों को अभी से चिन्हित करने के निर्देश दिए ताकि समय रहते ऐसे घरों को सुरक्षित स्थानों में शिफ्ट किया जा सके।
जिलाधिकारी ने कहा कि मैदानी क्षेत्रों में जहां जहां जलभराव की स्थिति होती है ऐसे स्थानों में ड्रेनेज व्यवस्था हेतु उप जिलाधिकारी टनकपुर, सिंचाई तथा अन्य विभागों के साथ एक योजना तैयार कर पूर्व तैयारी कर लें। जिलाधिकारी ने सभी उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि उनके तहसील क्षेत्र अंतर्गत आपदा नियंत्रण के वर्तमान में जितने भी कार्य गतिमान है, उनका निरीक्षण 31 मई तक हर हाल में करते हुए रिपोर्ट उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। साथ ही किसी भी आपदा की घटना होने पर तत्काल राहत एवं बचाव कार्य सुचारू करने हेतु कार्य योजना तैयार करते हुए सेना तथा अर्धसैनिक बलों से भी समन्वय स्थापित कर लिया जाए। जिलाधिकारी ने जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी को निर्देश दिए कि यथाशीघ्र सभी विभागों से सूचना एकत्रित कर मानसून काल के मद्देनजर जिला आपदा प्रबंधन कार्य योजना तैयार करने तथा जिले में उपलब्ध सभी सेटेलाइट फोन को रिचार्ज करते हुए संचार व्यवस्था रखी जाए। उप जिला अधिकारी तहसील स्तर पर मानसून काल को लेकर सभी स्थानीय जनप्रतिनिधियों, संगठनों, स्वयंसेवक दल, मंगल दलों तथा विभागों के साथ बैठक करने के निर्देश दिए। बैठक में पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र पींचा, 36 वीं बटालियन आइटीबीपी के सहायक सेनानी जय प्रकाश यादव, 5वीं बटालियन एसएसबी के सहायक सेनानी, उप जिलाधिकारी रिंकू बिष्ट सहित सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक का संचालन डीडीएमओ मनोज पांडेय द्वारा किया गया। बैठक में सभी उपजिलाधिकारी, तहसीलदार व तहसील स्तर के अधिकारी वर्चुअली जुड़े रहे।